रामनगर। सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित समुदाय के बच्चों के लिए रचनात्मक शिक्षक मंडल द्वारा निशुल्क चलाए जाने वाले ज्योतिबा फुले सांयकालीन स्कूल पुछड़ी ने अपना वार्षिकोत्सव मनाया। इस दौरान प्रतिभागी बच्चों द्वारा खेलकूद,स्काउट के साथ साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
संविधान दिवस पर हुए इस आयोजन की शुरुआत संविधान की उद्देश्यिका के सामूहिक वाचन से की गई।फिर बच्चों द्वारा सारे जहां से अच्छा हिंदोस्ता हमारा गीत प्रस्तुत किया गया।स्काउट शिक्षक जीतपाल कठेत और सुभाष गोला के दिशा निर्देशन में बच्चों ने स्काउट की विभिन्न आकर्षक गतिविधियां की।
क्रीड़ा शिक्षिका नमिता पाठक,ममता जोशी पाठक,हेमलता जोशी, अंजू जोशी के दिशा निर्देशन में बच्चों ने विभिन्न खेल कूद गतिविधियां की।जलेबी दोड़, कंचा चमच्च दौड़, बोरी दोड विशेष आकर्षण के केंद्र रहे।बच्चों ने कुमाउनी,गढ़वाली लोक गीतों पर रंगारंग कार्यक्रम भी किए।
ज्योतिबा फुले के जीवन पर आधारित नाटक जिसमें उच्चवर्गीय लोगों के विरोध के बाबजूद आमजन की शिक्षा के लिए उनकी पत्नी ज्योतिबा फुले,मित्र उस्मान शेख ,उनकी बहन फातिमा शेख के समर्पण को प्रदर्शित किया गया था मुख्य आकर्षण का केंद्र रहा।प्रतिभागी बच्चों को पुरुस्कृत किया गया। पूर्णत जनसहयोग से संचालित इस स्कूल ने दो सौ से अधिक गरीब,कूड़ा बीनने वाले बच्चों को विगत दो वर्षों में शिक्षा की मुख्यधारा में लाने का काम किया है
।इस अवसर पर मदन मेवाड़ी, प्रो गिरीश पंत, सोनिया मेवाड़ी, नवेंदु मठपाल, नंदराम आर्य, ग्राम प्रधान मो ताहिर,सुमित कुमार,हेमा जोशी, लेफ्टिनेंट डी एन जोशी, नमिता पाठक, रेखा धानिक ममता पाठक, कृष्णा बिष्ट, जीतपाल कठेत, हेमलता जोशी, अंजू जोशी, राज पांडे, बालकृष्ण चंद, सुभाष गोला, रेखा आर्या, सुजल आदि मौजूद रहे।